व्यक्तिगत दिवालियापन प्रक्रिया में भुगतान की चूक के प्रभाव
भारत में आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे कई लोग व्यक्तिगत दिवालियापन की प्रक्रिया में शामिल होते हैं। ऐसे में, भुगतान में चूक होना एक आम समस्या बन सकती है। अगर कोई व्यक्ति लगातार तीन बार या उससे अधिक बार भुगतान नहीं कर पाता है, तो यह प्रक्रिया के रद्द होने का कारण बन सकता है। इस लेख में हम देखेंगे कि भुगतान में चूक की स्थिति में किस प्रकार की कार्रवाई की जानी चाहिए, और यह भी समझेंगे कि पहले से संपर्क करने का क्या महत्व है।
क्या भुगतान में चूक पर प्रक्रिया तुरंत रद्द हो जाती है?
जब कोई व्यक्ति व्यक्तिगत दिवालियापन के दौरान कई बार भुगतान में चूक करता है, तो भारतीय न्यायालय आमतौर पर तुरंत प्रक्रिया रद्द नहीं करता है। न्यायालय पहले एक ‘प्रक्रिया रद्द करने की सूचना’ भेजता है, जिससे व्यक्ति को अपनी स्थिति स्पष्ट करने का मौका मिलता है।
खुद से संपर्क करना क्यों होता है फायदेमंद?
अक्सर लोग सोचते हैं कि यदि वे पहले से न्यायालय से संपर्क करते हैं, तो इससे उनके विरुद्ध कार्रवाई की संभावना बढ़ जाएगी। लेकिन वास्तव में, न्यायालय और नियुक्त अधिकारी व्यक्ति की ईमानदारी का मूल्यांकन करते हैं। यदि आप पहले से संपर्क करते हैं और अपनी चूक का कारण बताते हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
भविष्य की योजना प्रस्तुत करना आवश्यक
यदि आपकी आय में स्थिरता आने वाली है, तो इसे स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, “अगले महीने से मेरी आय में सुधार होगा, जिससे मैं arrears को भी चुका सकूंगा” जैसी योजना प्रस्तुत करना आवश्यक है। इस प्रकार की योजना के साथ, आय का प्रमाण जैसे वेतन पर्ची भी प्रस्तुत करना सहायक होगा।
भुगतान की इच्छाशक्ति दिखाना महत्वपूर्ण
अगर चूक के दौरान भी आपने कुछ राशि का भुगतान किया है, तो यह आपकी भुगतान की इच्छाशक्ति को दर्शाता है। न्यायालय ऐसे प्रयासों को सराहता है और यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसलिए, आंशिक भुगतान का रिकॉर्ड बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
जांच और समायोजन के विकल्प
यदि आपने कई बार भुगतान में चूक की है, तो आप भुगतान योजना में बदलाव या अस्थायी स्थगन का अनुरोध कर सकते हैं। इस दौरान, आपको यह साबित करना होगा कि नए प्रस्तावित योजना में भी आप पूरी राशि चुका पाएंगे। उदाहरण के लिए, अगर आपने 60 में से 20 किस्तें चुका दी हैं और 4 किस्तों की चूक हो चुकी है, तो आप शेष 36 महीनों में सभी लंबित राशि चुका सकते हैं।
सारांश: सक्रियता ही समाधान है
व्यक्तिगत दिवालियापन के दौरान आय में कमी या अनपेक्षित खर्च का सामना करना आम बात है। महत्वपूर्ण यह है कि आप इन स्थितियों को नज़रअंदाज़ न करें और न्यायालय को समय पर सूचित करें। प्रक्रिया रद्द होने की सूचना प्राप्त होने से पहले ही न्यायालय और नियुक्त अधिकारी से संपर्क करना, आपकी प्रक्रिया को बचाने में मदद कर सकता है।