परिवारिक धन लेनदेन में कर नियमों की जटिलताएं समझना जरूरी है। परिवार के सदस्य अक्सर एक-दूसरे की मदद के लिए धन का लेनदेन करते हैं, लेकिन यह ध्यान रखना आवश्यक है कि भारतीय कर नियम इन लेन-देन पर

परिवारिक धन लेनदेन और कर नियम: क्या आपको पता है?

भारतीय समाज में परिवारिक सदस्यों के बीच धन का लेनदेन एक आम बात है। माता-पिता अपने बच्चों को वित्तीय सहायता देने या बच्चों द्वारा माता-पिता को धन लौटाने की घटनाएं सामान्य होती हैं। लेकिन, क्या यह सब कुछ कर के दायरे में आता है? इस सवाल का उत्तर देने के लिए, हमें भारतीय कर नियमों को समझना होगा।

माता-पिता से बच्चों को धन हस्तांतरण

जब माता-पिता अपने बच्चों को एक बड़ी राशि हस्तांतरित करते हैं, तो यह जांचा जाता है कि यह हस्तांतरण ‘उपहार कर’ के अंतर्गत आता है या नहीं। भारतीय आयकर अधिनियम के अनुसार, यदि यह हस्तांतरण एक उपहार के रूप में होता है तो कुछ सीमा तक यह कर मुक्त हो सकता है।

उपहार कर की छूट की सीमा

भारत में, माता-पिता से बच्चों को उपहार के रूप में दी जाने वाली राशि की एक सीमा होती है। उदाहरण के लिए, एक वित्तीय वर्ष में 50,000 रुपये तक का उपहार कर मुक्त होता है। यदि दी गई राशि इससे अधिक होती है, तो अतिरिक्त राशि पर कर लागू हो सकता है।

अधिक राशि के मामले में कर दायित्व

यदि माता-पिता अपने बच्चे को 60,000 रुपये का उपहार देते हैं, तो 10,000 रुपये पर कर लागू होगा। इस स्थिति में, उपहार प्राप्त करने वाले बच्चे को यह कर भुगतान करना होगा। कर की गणना और भुगतान सही समय पर करना आवश्यक होता है ताकि कर दायित्व से बचा जा सके।

बच्चों द्वारा माता-पिता को धन हस्तांतरण

यदि बच्चे कुछ महीनों बाद वही राशि माता-पिता को लौटाते हैं, तो यह ‘धन की वापसी’ के रूप में माना जा सकता है। लेकिन, भारतीय कर विभाग इसे उपहार के रूप में भी देख सकता है यदि यह साबित नहीं किया गया कि यह केवल धन की वापसी थी।

प्रमाण की जिम्मेदारी

कर नियमों के अनुसार, धन के स्रोत या स्वामित्व हस्तांतरण को साबित करने की जिम्मेदारी उपहार प्राप्त करने वाले व्यक्ति की होती है। यदि बच्चे द्वारा माता-पिता को धन लौटाना केवल धन की वापसी के रूप में है, तो इसे दस्तावेज़ों के माध्यम से साबित करना आवश्यक है। जैसे कि ऋण पत्र, संदेश या हस्तांतरण के नोट्स।

प्रत्येक लेनदेन का स्वतंत्र मूल्यांकन

माता-पिता और बच्चों के बीच धन के लेन-देन को एक साथ नहीं जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए, माता-पिता द्वारा बच्चों को हस्तांतरित की गई राशि और बच्चों द्वारा माता-पिता को लौटाई गई राशि को अलग-अलग लेन-देन के रूप में देखा जाता है।

कर विशेषज्ञ की सलाह

धन हस्तांतरण के पहले किसी कर विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा होता है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी लेन-देन कर नियमों के अनुरूप हैं और भविष्य में कोई समस्या नहीं होगी।

निष्कर्ष और सुझाव

परिवारिक धन लेन-देन केवल समर्थन या सहायता के रूप में हो सकते हैं, लेकिन कर नियम इन लेन-देन को प्रमाणित करने के लिए दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। परिवारिक संबंधों के बावजूद, सभी लेन-देन उपहार कर छूट के अंतर्गत नहीं आते।

सभी बड़े लेन-देन के लिए दस्तावेज़ बनाए रखने की आदत डालनी चाहिए। यदि यह उपहार नहीं है, तो यह स्पष्ट करनी चाहिए कि यह ‘ऋण’ है ताकि कर के दृष्टिकोण से सुरक्षित रह सकें। कर मामलों में किसी विशेषज्ञ से परामर्श लेना हमेशा एक बेहतर विकल्प होता है।

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