गले में खराश के लिए घरेलू उपाय
गले में खराश होना एक सामान्य समस्या है, जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि, सही समय पर इलाज न करने पर यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है। यहां हम कुछ ऐसे घरेलू उपायों की चर्चा करेंगे, जो गले में खराश में तुरंत राहत प्रदान कर सकते हैं।
शहद और गर्म पानी का उपयोग
शहद एक प्राकृतिक एंटीमाइक्रोबियल है, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करता है। इसे गर्म पानी में मिलाकर पीने से गले की खराश में राहत मिलती है। Mayo Clinic की एक अध्ययन के अनुसार, शहद और गर्म पानी का मिश्रण गले की सूजन और दर्द को कम करने में प्रभावी है।
सेज या कैमोमाइल चाय से गरारे
सेज और कैमोमाइल चाय अपने सूजनरोधी गुणों के लिए जानी जाती हैं। Heidelberg University की एक अध्ययन के अनुसार, सेज चाय से गरारे करने पर गले की सूजन और दर्द में कमी देखी गई है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका गले के बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में मदद करता है। Journal of Natural Remedies की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेब के सिरके का घोल गले की खराश में राहत देता है। हालांकि, इसे हमेशा अच्छी तरह से पतला कर लेना चाहिए।
ठंडे गले का पैक
गले पर ठंडा पैक लगाने से सूजन और दर्द में कमी आ सकती है। Freiburg University की एक अध्ययन में पाया गया है कि ठंडे पैक का उपयोग करने से गले की सूजन में कमी आती है।
नमक पानी से गरारे
नमक पानी से गरारे करने से गले की सूजन और दर्द में राहत मिलती है। यह एक प्राचीन उपाय है, जिसका उपयोग आज भी किया जाता है। University of Maryland की एक अध्ययन के अनुसार, नमक पानी से गरारे करने से गले की सूजन में कमी आती है।
जल्दी राहत के उपाय
गले में खराश से तुरंत राहत पाने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, कैमोमाइल चाय से गरारे करना, शहद और अदरक के मिश्रण का सेवन करना, और गले पर ठंडा पैक लगाना।
डॉक्टर से कब सलाह लें
यदि गले में खराश तीन दिनों से अधिक समय तक बना रहता है, या यदि अन्य लक्षण जैसे बुखार, निगलने में कठिनाई, या गले में सफेद धब्बे दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। British Medical Journal के अनुसार, लंबे समय तक गले में खराश बने रहने पर डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
अंतिम विचार
गले में खराश एक आम समस्या है, लेकिन सही जानकारी और उपाय के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू उपायों का सही तरीके से उपयोग करने से राहत मिल सकती है, लेकिन यदि लक्षण गंभीर हो जाते हैं, तो चिकित्सा सलाह लेना उचित है।